भूला नहीं पा रहा जब से तुझे लिखने लगा हूँ.. ♥️♥️
माँ ठीक कहती थी,लिखने से देर तक याद रहता है..!
पलाश के रंगों सा है, प्रिये तुम्हारा प्रेम
पतझड़ में फागुन लेकर आया है।
#फागुन♥️🧡♥️
जब कुछ और न मिला तो उसने यह कह के शादी से मना कर दिया,
तुम रात को खर्राटे लेते हो..😔
इश्क़ में क्या अदब-ए-हद्द मुकर्रर करते हो,
जो अदब रह गया तो इश्क़ न रह जायेगा। 🏃