Wednesday, September 11, 2019

आँखें देतीं सर्वस्व वार,

आँखें देतीं सर्वस्व वार,
जो तुम आ जाते एक बार,
“दुग्गल साहब” अपनी प्रिये की याद में..... 🙏🙏

No comments:

Post a Comment