Saturday, November 13, 2021

हमज़ात रंगीनियत

वजह बे-वजह फांद जाती है वो हद,
रसूखों की हमज़ात रंगीनियत है...

वहीं बेतक़ल्लुफ़ों का लगा दर पे पहरा,
सफ़ेदी में दाग़ों की संगीनियत है...

No comments:

Post a Comment