चलो दीप एक ऐसा जलायें, ह्रदय के सभी तम मिट जाएँ..
लौ से लौ ऐसी जगाएं, दीप माला नयी बन जाए..
कुछ तुम्हारे कुछ मेरे, ख्वाब साकार हो जाएँ..
तेरे मेरे की छाया से, ह्रदय मुक्त हो जाएँ..
नवगीत लबों पर सज जायें, आनंद चहूँ ओर छा जाए..
हर घर आँगन सँवर जाए, भेदभाव सब मिट जाएँ..
आलोकित पथ हो जाएँ, हृदयों में नव सृजन हो जाए..
प्रेम रस के हम दीप जलाएं, दिल की फिर बाती बनाएं..
जीवन सभी महक जाएँ, चलो दीप एक ऐसा जलायें..
आपसभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये ....
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