Ek dhundhali si shaam se nikli kuch yaadein.......
Monday, June 17, 2019
जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
पर सुना है सादगी मे लोग जीने नहीं देते।
चाहता हूँ डूबना शराब ए ग़म में,
परवरदिगार हैँ कि पीने नहीं देते।
ख़ूब चाहता हूँ ठीक करना मगर
चाक गिरेबाँ लोग सीने नहीं देते।
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