Wednesday, May 19, 2021

जाने कैसी स्याही थी

उसने रात के अँधेरे मे मेरी नाजुक सी हथेली पर लिखा था
अपनी उँगली से - मुझे तुमसे प्यार है.......

जाने कैसी स्याही थी कि वो लफ्ज मिटे भी नही
और दिखे भी नही.........

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