Ek dhundhali si shaam se nikli kuch yaadein.......
मूर्ति बेचने वाले गरीब कलाकार के लिए- गरीबो के बच्चे भी खाना खा सके त्योहारों में, इसिलिये भगवान खुद बिक जाते है बाजारों में।
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