मोती अश्कों के खैरात करते हुवे,
दूर तक साथ मैय्यत के जायेंगे वो,
वक़्त आखिर तो बस उनकी इतनी वफ़ा
मेरी बख्शीश का सामान कर जायेंगे,
रीत दुनिया की आखिर निभाएंगे वो,
आंसू टपकेंगे बेहाल हो जायेंगे,
खुल के केशू भी शानो पे लहरायंगे,
उनकी जुल्फों की खुशबु बिखर जाएगी,
दिल की धड़कन भी रुक रुक के देगी सदा,
मेरी आवाज़ गूंजेगी बनके सदा,
बैठे रोयेंगे अपनी वो देहलीज पर,
जब मोहब्बत की मैय्यत गुजर जाएगी,
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