Monday, July 26, 2021

अजब मुक़ाम पे ठहरा

अजब मुक़ाम पे ठहरा हुआ है, क़ाफ़िला ज़िंदगी का.. सुकून
ढूँढने चले थे, नींद ही गवाँ बैठे..
Jinhe aa rahi hai, Unko Good Knigh.

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