Sunday, January 19, 2020

बंजर नहीं हूं मैं, मुझमे बहुत सी नमी है..

*बंजर नहीं हूं मैं, मुझमे बहुत सी नमी है...*

*दर्द बयां नहीं करता, बस इतनी सी कमी है...*

*खुश हूँ अपनी छोटी सी पर सच्ची कामयाबी से...*

*कदमों की रफ़्तार धीमी जरूर है पर जितनी है..*
*अपने जमीर के साथ है..!!*

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