Ek dhundhali si shaam se nikli kuch yaadein.......
ज़रा सी फुर्सत निकाल कर,
हमें क़त्ल ही कर डालो,
.
यूं इंतज़ार में तड़प तड़प के मरना,
हम से बर्दाश्त नही होता।
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