Ek dhundhali si shaam se nikli kuch yaadein.......
बदलते हुवे मौसम के मिज़ाज को देख कर अक्सर मैंने ये पाया है, कि तबदीली जब भी आती है मौसम की अदाओं में, किसी एक शख्स का यूं बदल जाना बहोत याद आता है।
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