Ek dhundhali si shaam se nikli kuch yaadein.......
...आशिकी दुनिया के रिश्तों से ऊपर उठकर हुआ करती है... उसे रिश्तों के साथ तौलना नहीं चाहिए.. वरना रब ज़िंदगी को नीरस बना दिया करता है....
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