Ek dhundhali si shaam se nikli kuch yaadein.......
*चांद* धरा पर होता, तो टूटकर विवादों में होता, अदालत की सुनवाइयों में होता, अखबार की सुर्ख़ियों में होता,
*शुक्र है आसमान में बादलों की गोद में है,...* *इसीलिए ज़मीन पर कविताओं, ग़ज़लों, माशूका की मुस्कुराहट में महफूज़ है”* 😊🙏🙏
#SuperBlueBloodMoon
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