Ek dhundhali si shaam se nikli kuch yaadein.......
मिट्टी भी जमा की… और खिलौने भी बना कर देखे.. ज़िन्दगी कभी न मुस्कुराई फिर बचपन की तरह.....🚶🏼♂️🚶🏼♂️🚶🏼♂️🚶🏼♂️
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